Maharashtra Saree
The Nauvari saree is a traditional attire worn by Maharashtrian women in Maharashtra, India. It is a nine-yard saree that is draped in a unique style, involving splitting the fabric and wrapping it around the lower body. The remaining fabric is draped over the shoulder and pleated in front. The Nauvari saree is known for its exquisite craftsmanship, intricate designs, and traditional motifs. Maharashtrian women pair it with traditional jewelry during auspicious occasions and cultural celebrations. The Nauvari saree represents the cultural significance and deep-rooted traditions of Maharashtra, symbolizing pride and preserving the region’s rich heritage.
महाराष्ट्रीयन नऊवारी, जिसे ‘नववारी’ भी कहा जाता है, महाराष्ट्र की महिलाओं द्वारा पहनी जाने वाली एक पारंपरिक साड़ी है। यह अपनी विशिष्ट ड्रेपिंग स्टाइल के लिए जानी जाती है, जो धोती जैसी होती है। नौवारी शब्द का अर्थ है “नौ गज”, जो कि साड़ी की लंबाई को दर्शाता है।
नौवारी साड़ी को पहनने का तरीका अन्य भारतीय साड़ियों से थोड़ा अलग होता है। सबसे पहले, साड़ी को कमर के चारों ओर लपेटा जाता है, जिसके बाद एक सिरा पैरों के बीच से गुजरता हुआ पीछे की ओर ले जाया जाता है और पेटीकोट के अंदर छिपा दिया जाता है। शेष भाग को फिर दाहिने कंधे पर ले जाया जाता है और पिन से सुरक्षित किया जाता है।
नौवारी साड़ी को विभिन्न प्रकार के कपड़ों से बनाया जा सकता है, जैसे कि रेशम, सूती और कांजीवरम। यह साड़ी आमतौर पर चमकीले रंगों और जटिल पैटर्न में आती है, जैसे कि ज़री, फूल और मोर।
नौवारी साड़ी के प्रकार:
- पेशवाई नौवारी: यह नौवारी साड़ी का सबसे लोकप्रिय प्रकार है। यह रेशम से बनी होती है और इसमें सोने और चांदी के धागों से बनी जटिल ज़री का काम होता है।
- काश्मीर नौवारी: यह नौवारी साड़ी ऊन या पश्मीना से बनी होती है और इसे सर्दियों में पहना जाता है।
- कंठ नौवारी: यह नौवारी साड़ी हल्के सूती कपड़े से बनी होती है और इसे गर्मियों में पहना जाता है।
- ब्राह्मणी नौवारी: यह नौवारी साड़ी सफेद रंग की होती है और इसे विधवाओं द्वारा पहना जाता है।
नौवारी साड़ी के साथ क्या पहनें:
नौवारी साड़ी को आमतौर पर नाकबंदी, झुमके, हार और चूड़ियां जैसे पारंपरिक महाराष्ट्रीयन गहनों के साथ पहना जाता है। महिलाएं अपने बालों में गजरा या मोgra भी लगा सकती हैं।
नौवारी साड़ी पहनने के अवसर:
नौवारी साड़ी को विभिन्न अवसरों पर पहना जा सकता है, जैसे कि त्यौहार, शादियां, और धार्मिक समारोह। इसे रोजमर्रा के पहनावे के रूप में भी पहना जा सकता है।
नौवारी साड़ी का महत्व:
नौवारी साड़ी महाराष्ट्रीयन संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह महिलाओं की सुंदरता और गरिमा का प्रतीक है। नौवारी साड़ी पहनकर, महाराष्ट्रीयन महिलाएं अपनी विरासत और पहचान पर गर्व व्यक्त करती हैं।
नौवारी साड़ी: एक चुनौतीपूर्ण ड्रेपिंग स्टाइल:
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि नौवारी साड़ी पहनना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। साड़ी को सही ढंग से ड्रेप करने के लिए अभ्यास और धैर्य की आवश्यकता होती है। यदि आप नौवारी साड़ी पहनना सीखना चाहते हैं, तो आप ऑनलाइन कई ट्यूटोरियल देख सकते हैं या किसी अनुभवी व्यक्ति से मदद ले सकते हैं।
निष्कर्ष:
महाराष्ट्रीयन नौवारी साड़ी एक सुंदर और पारंपरिक परिधान है जो महाराष्ट्रीयन संस्कृति की समृद्धि को दर्शाता है। यह महिलाओं के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है। यदि आप कभी भी महाराष्ट्र जाते हैं, तो आपको निश्चित रूप से नौवारी साड़ी पहनने का अनुभव करना चाहिए।